नौकरी से निकाला जाना किसी के लिए भी बुरे सपने से कम नहीं होता। छंटनी के चलते साल 2023 के पहले छह महीनों में गूगल, अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट और ट्विटर जैसी दिग्गज कम्पनियों में काम कर रहे हजारों कर्मचारी अपनी नौकरियों को गंवा चुके हैं। ऐसे में अगर आप की भी छंटनी के चलते अपनी नौकरी खो चुकें हैं तो घबराएँ नहीं संयम बनाए रखें। हालांकिं नई नौकरी के मिलने तक बिल और ईएमआई का भुगतान कैसे करना है और अपने फाइनेंस को कैसे मैनेज करना है इसे लेकर चिंता ज़रूर होती हैं लेकिन बेहतर प्लानिंग के चलते आप न खुद को संभाल सकते हैं बल्कि मानसिक तनाव से भी बच सकते हैं। तो चलिए जानतें हैं नौकरी चले जाने के बाद खुद को कैसे सम्भालें।
1. एमरजेंसी फंड बनाएं
यह आपात कोष इतना जरूर होना चाहिए कि घरेलू खर्चे, मासिक किस्त और अन्य निश्चित खर्च जैसे बीमा प्रीमियम और बच्चों की पढ़ाई-लिखाई जारी रखने में कोई दिक्कत नहीं आए। एकल आय वाले परिवार 12 महीने के खर्च के लिए जरूरी रकम का आपात कोष तैयार कर सकते हैं।
यह रकम बैंक सावधि जमा या लिक्विड फंडों में ही रखा जाना चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर इनका इस्तेमाल किया जा सके। शेयर या इक्विटी फडों में यह रकम बिल्कुल न लगाएं। बाजार में अनिश्चितताओं के कारण आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।
2. समय रहते शुरू कर दें तैयारी
हालात बिगड़ने की आहट मिलते ही अपने खर्चों में कटौती और बचत में इजाफा करना शुरू कर दें। इसके लिए सबसे पहले अपने मौजूदा खर्च की समीक्षा करें और हो सके तो जरूरी बदलाव करें।
3. पर्याप्त बीमा सुरक्षा लें
अगर कंपनी के जरिये समूह स्वास्थ्य बीमा है तो नौकरी जाने की स्थिति में स्वास्थ्य बीमा कवर भी समाप्त हो जाता है। कंपनी द्वारा दी गई बीमा सुविधा के अलावा खुद एवं अपने परिवार के लिए अलग से स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी लेना नहीं भूलें। अगर कोई जीवन बीमा पॉलिसी खरीदी है तो उसकी भी समीक्षा करनी चाहिए।
4. कर्ज की करें समीक्षा
अचानक नौकरी जाने की स्थिति में ऋण का भुगतान करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। कठिन दौर से गुजर रहे हैं तो नया कर्ज लेने से परहेज करें। अत्यधिक कर्ज एवं ज्यादा देनदारी से बचें। ऐसी आदतें नौकरी नहीं रहने की स्थिति में किसी व्यक्ति को वित्तीय रूप से अक्षम बना देती हैं।
5. अपना हुनर बढ़ाएं
हुनरमंद लोगों की हमेशा मांग होती है और इस बदौलत वे अधिक वेतन वाली नौकरी खोज लेते हैं। नौकरी जाने के बाद नए हुनर सीखने के बजाय कोई पाठ्यक्रम शुरू कर दें। इसके अलावा अपना दायरा एवं लोगों से जान-पहचान बढ़ाने की भी कोशिश करें। कई लोगों को अच्छी नौकरी केवल इसलिए नहीं मिल जाती वे योग्य होते हैं बल्कि उन्हें संस्थानों में रिक्त पदों के बारे में जानकारी होती है।