आदिपुरुष (Adipurush) रिलीज के बाद से ही विवादों में घिरी हुई है. फिल्म के डायलॉग्स को लेकर मेकर्स पर निशाना साधा जा रहा था. तो वहीं अब फिल्म के मेकर्स ने विवादित संवादों को एडिट कर नए डायलॉग्स से बदलने की पुष्टि की है. टी सीरीज की तरफ से इसे लेकर जानकारी दी गई है कि अब फिल्म का एडिटिड वर्जन से ही थिएटर्स में दिखाया जा रहा है.
आदिपुरुष की रिलीज के कुछ ही वक्त बाद फिल्म में कांटछांट और बदलाव करना पड़ा. फिल्म के कुछ हिस्सों पर ऑडियंस के एक वर्ग ने कड़ी आपत्ति जताई थी. फिल्म के संवादों में कुछ लाइन्स को लेकर लोगों को ऐतराज था.
फिल्म धार्मिक ग्रंथ रामायण पर आधारित है तो ऐसे में लोगों ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने का भी आरोप लगाया था. लोगों ने फिल्म के लेखक मनोज मुंतशिर के लिखे कुछ संवादों को गलीछाप कहा था और इसे सबसे बड़े ग्रंथों में से एक रामायण का अपमान बताया था.
1. ‘तू अंदर कैसे घुसा, तू जानता भी है कौन हूं मैं’…इस संवाद को अब बदलकर ‘तुम अंदर कैसे घुसे, तुम जानते भी हो कौन हूं मैं’ कर दिया गया है.
2.’कपड़ा तेरे बाप का…तो जलेगी भी तेरे बाप की’ …इस संवाद को बदलकर अब ‘कपड़ा तेरी लंका का …तो जलेगी भी तेरी लंका’ कर दिया गया.
3. ‘जो हमारी बहनों…उनकी लंका लगा देंगे’ को भी बदला गया है. अब फिल्म में ये संवाद होगा ‘जो हमारी बहनों…उनकी लंका में आग लगा देंगे’.
4. ‘मेरे एक सपोले ने तुम्हारे शेषनाग को लंबा कर दिया’ को बदलकर ‘मेरे एक सपोले ने तुम्हारे शेषनाग को समाप्त कर दिया’ में तब्दील किया गया है.