इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी (IT) राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने शुक्रवार को कहा कि सरकार कृत्रिम मेधा (AI) और अन्य प्रौद्योगिकियों से यूजर्स पर होने वाले नुकसानों के नजरिये से इनका नियमन करेगी। AI के विकास से नौकरियां जाने की आशंका को खारिज करते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि अगले कुछ वर्षों तक AI की वजह से रोजगारों पर कोई खतरा नहीं है लेकिन पांच-सात साल में ऐसा हो सकता है।
चंद्रशेखर ने कहा, ‘AI या किसी भी नियमन के प्रति हमारा दृष्टिकोण यह है कि हम इसे यूजर के नुकसान के नजरिये से नियंत्रित करेंगे। यह एक नया दर्शन है, जो 2014 से शुरू हुआ है कि हम डिजिटल नागरिकों की रक्षा करेंगे। हम डिजिटल नागरिकों को नुकसान पहुंचाने वाले मंचों को अनुमति नहीं देंगे। यदि वे यहां काम करते हैं, तो वे यूजर के नुकसान को कम करेंगे।’
वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की नौ साल की उपलब्धियों को साझा करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि AI पर आधारित मंच चैटजीपीटी (ChatGPT) का निर्माण करने वाली कंपनी ओपनएआई (OpenAI) के संस्थापक सैम ऑल्टमैन की भारत यात्रा उभरती प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में भारत की क्षमता को महत्वपूर्ण रूप से इंगित करती है।