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Saturday, April 27, 2024

आतंकी साजिश नाकाम: बेंगलुरु से 5 संदिग्ध गिरफ्तार, लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े तार

केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) ने आतंकी वारदात को अंजाम देने के लिए आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा द्वारा कट्टरपंथी बनाए गए पांच व्यक्तियों को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 12 मोबाइल फोन, पिस्तौल, कारतूस, आग्नेयास्त्र और विस्फोटकों में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल की एक बड़ी खेप बरामद की। बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी. दयानंद ने बुधवार को यह जानकारी दी।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि संदिग्धों के कब्जे से सात पिस्तौल, 45 कारतूस, वॉकी-टॉकी, कुछ खंजर तथा अन्य सामान सहित भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ जब्त किए गए और उसके खिलाफ सख्त गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के प्रावधान के तहत मामला दर्ज किया गया।

अधिकारी ने बताया कि संदिग्धों की पहचान सोहेल, उमर, जाहिद, मुदासिर और फैसल के रूप में हुई है। सूत्रों के मुताबिक, पांचों संदिग्धों को एक बड़ी साजिश की योजना बनाते समय शहर के सुल्तानपाल्या इलाके के कनकनगर में स्थित एक पूजा स्थल के पास से गिरफ्तार किया गया।

दयानंद ने संवाददाताओं को बताया, “केंद्रीय अपराध शाखा, असामाजिक ताकतों का भंडाफोड़ करने और उनके नापाक मंसूबों को नाकाम करने में सफल रही है। हेब्बाल पुलिस थाना क्षेत्र के तहत एक स्थान पर छापा मार कर सभी संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया।”

अधिकारी ने बताया कि संदिग्धों को टी. नजीर तथा जुनैद नाम के आतंकी सरगना द्वारा कट्टरपंथी बनाया गया था। नजीर, 2008 में बेंगलुरु में हुए सिलसिलेवार बम विस्फोट मामले में आरोपी है, जबकि जुनैद विदेश में छिपा है।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार संदिग्धों पर हत्या, डकैती, लाल चंदन की तस्करी और कई अन्य आरोप हैं। यह लोग नजीर के संपर्क में थे। पुलिस आयुक्त ने बताया कि नजीर का पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संबंध है तथा उसके गिरोह के सदस्य “बड़ी आंतकी साजिश” को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक अन्य सरगना जो विदेश में छिपा है, उस पर 2017 में अपने प्रतिद्वंद्धी नूर अहमद की हत्या का आरोप है। दयानंद ने बताया कि अहमद की हत्या के मामले में 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, पांचों संदिग्ध इसी हत्या मामले में गिरफ्तार किये गये 21 लोगों में से हैं।

उन्होंने बताया, “हमने संदिग्धों पर गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है और मामले की आगे की जांच के लिए उन्हें 15 दिनों की हिरासत में ले लिया है।”

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, आगे की जांच से पता चलेगा कि आतंकी गतिविधि में और कितने लोग शामिल हैं और वे सभी किस संगठन से जुड़े हैं। उन्होंने बताया, “गिरफ्तार संदिग्धों को विदेश में छिपे उसके एक आतंकी सरगना ने हथियार और अन्य सामान उपलब्ध करवाया और उसे शहर में बड़ी आतंकी साजिश को अंजाम देने के निर्देश दिये थे।”

इस बीच, विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में कांग्रेस सरकार पर आतंकवादियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री आर. अशोक ने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार के आने के बाद से आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए “राष्ट्र-विरोधी ताकतों” के हौंसले बढ़ गए हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने गिरोह का भंडाफोड़ करने के लिए सीसीबी की सराहना की। उन्होंने इस मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपे जाने की मांग की।

WITN

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